10 अप्रैल 2025 - 16:23
हिजाब के कारण डॉ बनने से वंचित, तीन बार फॉर्म रद्द 

एक लड़की के जाति-प्रमाण पत्र को तीन बार इस वजह से खारिज किया गया, क्यूंकि उसने गले में  दुपट्टा डाल रखा था और इस कारण वह मुस्लिम लड़की की तरह लग रही थी।

भारत में इस्लामोफोबिया की लहर के बीच उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ से सरकारी कर्मचारी की लापरवाही का एक मामला सामने आया है। एक लड़की के जाति-प्रमाण पत्र को तीन बार इस वजह से खारिज किया गया, क्यूंकि उसने गले में  दुपट्टा डाल रखा था और इस कारण वह मुस्लिम लड़की की तरह लग रही थी। इस वजह से वह नीट एग्जाम के लिए फॉर्म अप्लाई नहीं कर सकी। अब इस मामले की शिकायत जिला डीएम से की गई है। 

लापरवाही का मामला कोल तहसील के नजदीकी गांव मंजूपगढ़ी का है, जहां एक हिन्दू लड़की ने जाति प्रमाण-पत्र के लिए अप्लाई किया था। फार्म की तस्वीर में लड़की ने सर पर दुपट्टा रखा हुआ था, जिसे कर्मचारी ने हिजाब समझ लिया और इसी फोटो को सबूत मानकर संदेह की बुनियाद पर जाति प्रमाण पत्र खारिज कर दिया।

कर्मचारी ने यह लापरवाही एक नहीं बल्कि तीन बार की है। उसने एक बार भी लड़की के घर जाकर या फोन करके जानकारी लेना उचित नहीं समझा। इस कारण अब लड़की के डॉक्टर बनने की इच्छा एक बार फिर अधूरी रह गई। आखिरी तारीख तक जाति प्रमाण-पत्र नहीं होने के वजह से लड़की एग्जामिनेशन फार्म अप्लाई नहीं कर पाई और इस साल भी परीक्षा नहीं दे पाएगी। 

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